(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम घर में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घर अप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

गुरुवार, 26 अगस्त 2010

अपन भारतीय नोट (मुद्रा ) के पहचान करू -

अपन भारतीय नोट (मुद्रा ) के पहचान करू -
बजार में फेर बहुत रास नकली नोट आबी गेल अछि ----
Beware of Fake Money, Spread this message and Save India
There has been huge rise in the number of counterfeit notes in the last one year. According to recent RBI data, the value of fake currency detected in 2007-08 rose by 137 per cent to Rs 5.5 crore (Rs 55 million) from 2.4 crore (Rs 24 million) in the previous financial year. Counterfeited notes have even made it to ATMs! It's high time you should be aware of those fake currencies. Moreover, the counterfeited notes looks so convincing that it is very difficult to differentiate them from genuine notes. Here are a few intricate points that you should take care of while dealing with paper money.
Serial numbers are printed with fluorescent ink, which can be seen when viewed under an ultraviolet lens.
Floral design on the left side - half the denomination of the currency will be printed on the front side and the other half on the back side। If seen against bright light, the complete denomination appears. Just below the floral print, a mark is made in intaglio (embossed print, where the image is slightly raised) for the visually-impaired to identify the denomination. For the Rs 500 note, the mark is a circle, for the Rs 100, it is a triangle and a square for the Rs 50.



Except Rs.10/-, there is a symbol in intaglio, or raised print. This aids the visually impaired in identifying the currency easily. The symbols are a Vertical Rectangle for a Rs.20 note, A square for a Rs.50 note, A Triangle for a Rs.100 note, A circle for a Rs.500 note and A diamond for a Rs.1000 note.
Similarly, a portrait of Mahatma Gandhi, the RBI seal, a guarantee and promise clause, a Ashoka Pillar emblem on the left and RBI Governor's signature are all printed on intaglio




The guarantee clause, Mahatma Gandhi's picture, the Reserve Bank Seal, Ashoka Pillar and Emblem, and the RBI governor's signature are also printed in intaglio, i.e. raised print.
A band printed on the right side contains a latent image of the denomination of the banknote. The numeral appears when the currency is held horizontally at eye level.
On the extreme right of Rs20, Rs50, Rs100, Rs500, and Rs1000 notes the flowery pattern is actually a latent image of the denomination of the currency। This image of course can be seen only when the note is held horizontally and light is allowed to fall on it at 45 degrees.



Flowery Pattern
There are alphabets and numbers (and not patterned dots) behind the portrait of Mahatma Gandhi on the note. Depending on the currency, in very fine print you will find the words RBI 1000, RBI 500, RBI 100, RBI 50 or RBI 20 printed there. Get a magnifying mirror for this one if your eyesight isn't too good.

Take care of the fine print.
A wide security thread with inscriptions "Bharat" in Hindi and "RBI" runs through the banknote। The thread fluoresces on both sides in ultraviolet light. Govt's Take on Counterfeited CurrencyGovt's and the RBI's take on fake currency is not sufficient. All you can do while encountering counterfeited notes is lodge a complaint at the nearest police station mentioning the source of those notes such as ATM, Bank or the person. If bank finds counterfeited notes from a depositor it issues an official letter to the depositor and destroys the notes. There is no mechanism to ensure that the customer gets his money back and nor are there any guidelines or rules to protect the customer from this problem. The game is all about passing the buck, and whoever is in possession of the fake currency, is the culprit.
प्रेषक -- भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया

हम किस ओर जा रहे हैं

समाज और सामाजिकता क्या है ये आज तक समझना मुस्किल सा हो रहा है.
जब मै कक्षा नवम में गया तब वह अचानक एक नए बिषय से पला परा और वो था नागरिक शःत्र . यहाँ हमने पाया की मनुष्य एक समाजिक प्राणी है और अब जब की मै मिडिया में कार्यरत हूँ तब यह एह्शाश होता है की पुरे मानव से सामाजिकता का लोप हो गया है.
यहाँ आय दिन होने वाली घटनाओ को देखे तो पता चलेगा की हमारी सामजिकता किस और जा रही है.
सरे पवित्र रिश्ते किस तरह तर तर हो रहे हैं .कही शिक्षक छात्र का अवैध सम्बन्ध दीगर होता है तो कही बाप बेटी को एक हवाश पूर्ति का साधन मात्र समझता है.
संबंधो को अगर छोड़ भी दे तो हैवानियत इस कदर बढती जा रही है की दाहिने हाथ को अपने ही बाये हाथ का भरोषा नहीं रहा.
आज हमारे निर्वाचित उम्मीदवारों के लिए अपनी वेतन की ज्यादा फिकर है अपने निर्वाचन छेत्र की जनता से .
वो जिसके वोट से निर्वाचित होते हैं उन्ही से मिलने के लिए उनको अतिरिक्त राशी चाहिए .
बात अगर यही ख़त्म हो जाती तो मै समझता की चलो सायद उनको अपने जनता की परवाह है लेकिन इसके बाद भी जनता के ये रहनुमा इनके लिए आये बाढ़ और अन्यान्य रहत राशियों का बन्दर बाँट करने से गुरेज नहीं करते है.
मुझे तो लगता हिया की सर्कार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न योजना इनके व्यक्तिगत विकास के लिए ही आता है.
आज के युवा तो एक तरफ राजनीती को गाली देते है लेकिन इसकी गंदगी को दूर करने कोई सामने नहीं आना चाह रहा है .
किन्तु वो भी क्या करे हमारे यहाँ से राजशाही तो समाप्त हो गया लेकिन इसकी जड़े जमींन
में काफी अंदर तक गाड़ी है जिसका समूल नस्ट होता नहीं दिख रहा है.
राजनीती भी वंशवादी परम्परा जैसी दिख रही है.............................................
इन सब बातो को सोचने के बाद मन बेचैन हो उठता है और कोई रास्ता भी नजर नहीं आता.
आखिर ये समझ में नहीं आता की हम किस ओर जा रहे हैं
या तो हम आपनी वजूद को ही भूलते जा रहे हैं नहीं तो सभ्यता की दुहाई देकर पतन के राश्ते में दिनों दी आगे बढ़ते जा रहे हैं.

शनिवार, 21 अगस्त 2010

बहना ने भाई की कलाई से

मिथिला राज्य की मांग

जय मैथिल - जय मिथिला




पृथक मिथिला राज्य की मांग को लेकर प्रदर्शन
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता : अखिल भारतीय मिथिला राज्य संघर्ष समिति के तत्वावधान में पृथक मिथिला राज्य की मांग को लेकर मिथिलावासियों ने शुक्रवार जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया। इसकी अध्यक्षता डा. वैधनाथ चौधरी ने की। प्रदर्शन में सांसद कीर्ति झा आजाद, माहेश्वर हजारी, महाबल मिश्रा व विधायक अनिल कुमार झा ने शिरकत की। बाद में लोगों ने गिरफ्तारी भी दीं। इस दौरान प्रदर्शनकारी ..भीख नहीं अधिकार चाही हमरा मिथिला राज्य चाही का नारा लगा रहे थे। सांसद कीर्ति झा आजाद ने इस दौरान कहा कि मिथिलांचल की समस्याओं का हल अलग राज्य से ही संभव है। क्षेत्र को पृथक राज्य का दर्जा मिलने के बाद ही आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक, भाषाई और औद्योगिक आजादी सहित बाढ़ व सुखाड़ से निदान मिल पाएगा। सांसद माहेश्वर हाजरी ने कहा कि बिना मिथिला राज्य के मिथिलांचल वासियों का विकास संभव नहीं है। महाबल मिश्रा ने घोषणा की कि पृथक मिथिला राज्य के लिए वे किसी भी तरह की कुर्बानी देने को तैयार हैं। विधायक अनिल कुमार झा ने भी लोगों को संबोधित किया। वहीं अखिल भारतीय मिथिला राज्य संघर्ष समिति के अध्यक्ष वैधनाथ चौधरी ने कहा कि आगामी अक्टूबर-नवंबर महीने में बिहार में विधानसभा का चुनाव होने जा रहा है। उन्होंने मिथिलावासियों की भावना की कद्र करते हुए राजनीतिक पार्टियों से अपील की कि वे अपने घोषणा पत्र में पृथक मिथिला राज्य की मांग को जरूर स्थान दें। इस मौके पर सुधिकांत झा, दिनेश मिश्र, अवधेश चौधरी व तपेश्वर लाल कर्ण मौजूद थे।

मंगलवार, 17 अगस्त 2010

झलक मिथिला : मैथिलीक हलचल

मिथिलाक हालचालदिस सं स्वाधीनता दिवसक हार्दिक शुभेच्छा ओ मंगलकामनामहाशय,
हावडा-कोलकाता सं प्रकाशित हिंदी दैनिक समाचार पत्र सप्ताह मे एकदिन(Continue from Monday, 31 May, 2010) कs पृष्ठ - 5 पर आधा पृष्ठ मैथिलीसमाद आ साहित्यिक रचना प्रकाशित करबाक ठनलक अछि। एकर सफलताक बाद एकरादैनिक आ संपूर्ण पृष्ठक कs देल जायत. पत्र एहि मे अपनेक रचनात्मक सहयोगकेर आकांक्षा करैत अछि. आशा अछि अपने अपन रचना पठा हमरा लोकनिक मनोबलबढायब. किछु आवश्यक दिशा-निर्देश :-

१। साहित्यक सभ विधा मे रचना आमंत्रित अछि ।
२। मैथिली संस्था समाचार सेहो आमंत्रित अछि।
३। मिथिला सं संबंधित राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय समाचारक स्वागत अछि।
४। एहि पार ओ ओहि पार (भारत-नेपाल) केर मैथिली-मिथिला संबंधितराजनैतिक-सामाजिक समाचार ओ आलेख आमंत्रित अछि।
५। साहित्यिक रचना अप्रकाशित रहबाक चाही।
६। समाचार प्रकाशित-अप्रकाशित भs सकैत अछि।
समाचार ७ दिन सं बेसी पुराननहि रहबाक चाही।
७। रचना लघु हो तs उत्तम।
८। रचना वा समाचारक संगहि अपन पता ओ संपर्क सूत्र देब नहि बिसरी।
सधन्यवाद,
झलक मिथिला मैथिलीक हलचल - मिथिलाक हालचालसंपादक :
रूपेश कुमार झा 'त्योंथ'Website: rkjteoth.blogspot.कॉम
mail : jhalakmithila@gmail.comMobile : +91-९२३९४१५९२१
Fax : 033-2678 7474Phone : 033-2678 ७५९५
Address: 31/A/1, Kalabagan Lane,
Howrah - 711 104,City Office: 21/A/1,
Prince Baktya Sha Road,
Kolkata - 700 033

गुरुवार, 12 अगस्त 2010

सोमवार, 9 अगस्त 2010

उगना रे मोरा ---

कथी ले करब बिवाह हे गौरा--

भोला बाबा के नचारी ---


आजू नाथ  एक  वरत  महा सुख लागत है  -



हे भोला नाथ  कखन  हरव  दुःख  मोर --


जिसका  नाथ  भोले नाथ वो अनाथ  कैसे ----


( प्रेम से बोले बाबा  भोले नाथ की -----)

                                                      ऐ गणेश  के  मम्मी ------

( प्रेम से बोले बाबा  भोले नाथ की -----)

ऐ गणेश  बबुवा 




( प्रेम से बोले बाबा  भोले नाथ की -----)

 हरी ॐ  नमह शिवाय


( प्रेम से बोले बाबा  भोले नाथ की -----)
                                        
   मैथिलि   भक्ति   विडिओ   सोंग   भोला   बाबा  के   नचारी 

पूजा के  हेतु  शंकर आयल  छी हम पुजारी



( प्रेम से बोले बाबा  भोले नाथ की -----)

MAITHILI  BHAKTI   VIDIO SONG  BHOLA  BABA KE  NACHARI

बाबा यो  डमरू के  बोल अनमोल  लगैया



( प्रेम से बोले बाबा  भोले नाथ की -----)

MAITHILI  BHAKTI   VIDIO SONG  BHOLA  BABA KE  NACHARI

 बसहा पर  चट्हल छैथि  बमभोला -----



( प्रेम से बोले बाबा  भोले नाथ की ----२ -)





















भगवती बंदना - जय-जय भैरवी असुर भ्यावन

शनिवार, 7 अगस्त 2010

हमर झंडा फहरायत रह तू नील गगन में



लेखक - मुकेश मिश्रा

9990379449

हमर झंडा फहरायत रह तू नील गगन में

हमर झंडा फहरायत रह तू नील गगन में ,
तोहर पूजा करब हम भारत के चमन में !
केसरिया छौ बिर्क बर्दी हरियर छौ हरयाली ,
उज्जर शुभ्र - साभ्र छौ रखने सबहक मुहक लाली !
मोन परीते बढ़ैक दम शत्रुक दमन में ,
हमर झंडा फहरायत रह तू नील गगन में !!
चक्र बनल चौबीस आरा स
जय भारत गुजित नारा स ,
कल - कल छल नदियाक धारा स,
बरसय पुष्प चन्द्र तारा स !
तू अहिना लहरायत रह सुगन्धित पबन में
तोहर पूजा करब हम भारत के चमन में
हमर झंडा फहरायत रह तू नील गगन में

जय हिन्द जय भारत

मुकेश मिश्रा
पट्टीटोल , झांझरपुर , मधुबनी ,
बिहार (मिथिलांचल )
9990379449

शुक्रवार, 6 अगस्त 2010

ई सबटा मैथिल कहैया ---

ई सबटा मैथिल कहैया

दुनिया कहैया बिहार बर पाछू ,
नेता कहैया आब कतेक जागू,
केंद्र कहैया की- की सब देखू ,
बिहारी कहैया कतय के भागु ,
हम नै ,  ------
ई सबटा मैथिल कहैया----
साइंस कहैया आब कतेक खोजू ,
शिक्षा कहैया आब कतेक जागू ,
विद्दायर्थी कहैया आब कते पढू ,
शोभाग्य मिथिला कहैया कते देखाबू ,
बिहारी कहैया कतेक आब सुतू ,
हम नै ,  ----------
 ई सबटा मैथिल कहैया------

दिल्ली कहैया कतेक क राखू ,
बम्बई कहैया कतेक क भगाबू ,
अमेरिका कहैया कतेक विजा बनाबू ,
लन्दन कहैया कते और अप्नाबू ,
बिहारी कहैया कतय घर बसाबू
हम नै , ----------
 ई सबटा मैथिल कहैया----

कमला कहैया आब कतेक रूकु ,
कोशी कहैया आब कतेक देखू ,
गंडक कहैया किम्हर के बहु ,
नहर कहैया कते आब पटाबू ,
बिहारी कहैया की सबहक़ जल पिबू ,
हम नै ,--------
 ई सबटा मैथिल कहैया----

कर्म कहैया कतेक बचाबू ,
धर्म कहैया कतेक निभाबू ,
सरम कहैया कतेक छिपा बू ,
मृत्यु कहैया कते बेर जिबू ,
बिहारी कहैया कते दुःख सहू
हम नै ,---------
 ई सबटा मैथिल कहैया----

शरावी कहैया कते आब पिबू ,
किसान कहैया कते बेशाहा लगाबू ,
पंडित कहैया कते दान कराबू ,
मोन कहैया कते आब कानू ?
बिहारी कहैया कते दुःख सहू ,
हम नै ,--------
 ई सबटा मैथिल कहैया----

रेलगाड़ी कहैया कते आब चलू ,
रिजर्व वेशन कहैया कतेक आब करू
प्लेन कहैया कतेक आब ऊरू ,
संसाधन कहैया कते नियम लगाबू
बिहारी कहैया कथि से चलू
हम नै ,-----------
 ई सबटा मैथिल कहैया----


मदन कुमार ठाकुर
पट्टीटोल , भैरव स्थान ,
झंझारपुर , मधुबनी ,
बिहार -८४७४०४
मो -०९३१२४६०१५०

 


बुधवार, 4 अगस्त 2010

लगा के देखियो

गीत - मुकेश मिश्रा

ज कउनु मिथिला भय क गीत
चाही त तुरंत सम्पर्क करू या
कैसेट क बारे में जानकारी लिय ,
आहा सब के अपन दोस्त ,अपन
संगी ,मिथिला बेटा मुकेश मिश्रा
बहुत जल्द हमर एगो और
नबिनतम एल्बम आबी रहल य
जकर नाम छि छोटूवा के दीदी
ज आहा गाबी त सम्पर्क करू
मेल- फिमेल दुनु ,ज आहा क
मंजिल नै भेटी रहल य त हमरा
स हाथ मिलाव हम आहा क
मंजिल तक ल जायब इ हमर
कथन य
9990379449


लगा के देखियो



मंगलवार, 3 अगस्त 2010

माय के कर्जा

गीत - मुकेश मिश्रा

9990379449

माय के कर्जा