शुक्रवार, 27 नवंबर 2009

कि हमहूँ रहबै बेरोजगार ?

             कि हमहूँ रहबै बेरोजगार ?
            
खिचरी खायते- खायते समय गमेलो
नही भेटल शिक्षा के अधिकार ,
बौवा नेना कही घर से प्यार भेटल
नहीं भेटल आँगन बारि के केंद अधिकार ,,
आब कहू यो एस डी ओ साहिब
      कि हमहूँ रहबै बेरोजगार ?


डिग्री लेने गाम सहर सं
भैया हमरो सब कतेक हजार ,
शिक्षक पद के आश में सदिखन
घुमैत फिरैत छैथ हाट बाजार ,,
आब कहू यो नितीश सरकार
     कि हमहूँ रहबै बेरोजगार ?

दौरते - दौरते राईत दिन हम
दरभंगा , मधुबनी लोकसभा के दुवार ,
हारल थाकल घर आबि हम बैसलों
नै मिलल पंचसमिति के अधिकार ,,
आब कहू यो नेता - मुखिया
       की हमहूँ रहबै बेरोजगार ?

दिल्ली में किछ इज्जत अछि बाचल
माहाराष्ट्र सरकार केलक बहार ,
देश दुनिया के खोज खबरी सुनी
मन कहैत अछि, नै छोरू घर- दुवार ,,
आब कहू यो   बिहार सरकार
       कि हमहूँ रहबै बेरोजगार ?







 
 
 
 
 
 
 
 
 
  ठाकुर
मदन कुमार



ग्राम/पोस्ट- कोठिया पट्टीटोल
ब्लाक - झंझारपुर
जिला - मधुबनी ,
बिहार ( 847404)
E-mail -madanjagdamba@yahoo.com

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