शुक्रवार, 8 अप्रैल 2011

दहेज़ मुक्त मिथिला

दहेज़ मुक्त मिथिला



जन - जन के अबैत अछि आबाज ,

दहेज़ मिटाओ यो मिथिला के राज

गुजराल बुढ पूरानक बात ,

नव युवक रखैया आई अपन आगाज

दहेज़ मुक्त मिथिला बनाऊ आब -


जुग बितल आयल नव जमाना ,

संस्कृति बचाऊ सब मारैया ताना

कोट - कचहरी वियाह करैया ,

कन्यादान के आब बुझैया

नव युवक मंगैया आब अपन जबाब

दहेज़ मुक्त मिथिला बनाऊ आब -


अहिना चलत ज ई जोड़ - जमाना ,

की - की नै करत नव युबक अपन बहाना
बात मानू सब खाऊ मिल किरियो ,

बेटा - बेटी में लेब नै दू टा कोरियो

नब युवक के देखू आयल राज

दहेज़ मुक्त मिथिला बनाऊ आब -


गाम - गाम में रह्त ई शान ,

बेटा नै बेचीलैथी छैथि निक इंशान
दोसरक घर के भीख ज़ोउ मांगब ,

भीख मांगा के नाम से जानब

नव युबक बात पर राखु आब नाज

दहेज़ मुक्त मिथिला बनाऊ आब -

 
छी परदेशी या कउनु सहरी ,

सुनू पुकार आई मिथिला के
जों संस्कृति छोरी गेला ओ ,

संतान कहओता ओ दोगला के
नव युबक बात के नै मनाब खाराप

दहेज़ मुक्त मिथिला बनाऊ आब -


 madan kumar thakur

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें