(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम घर में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घर अप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

मंगलवार, 30 जुलाई 2013

राजधानी में अक्टूबर में होगा मिथिला महोत्सव


 राजधानी में अक्टूबर में होगा मिथिला महोत्सव
  • नई दिल्ली। अखिल भारतीय मिथिला संघ की ओर से राजधानी दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में आगामी अक्टूबर माह में मिथिला महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। अ. भा. मि. संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की रविवार को संपन्न बैठक में इस प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई। प्रस्ताव के अनुसार अक्टूबर माह में राजधानी के अलग अलग हिस्सों में अलग अलग दिनों में कार्यक्रम आयोजित होंगे और फिर वृहत पैमाने पर समापन कार्यक्रम का आयोजन होगा जिसमें सभी क्षेत्रों के प्रतिनिधि भाग लेंगे।

    मिथिला महोत्सव के दौरान आयोजन स्थलों पर मिथिलांचल की सांस्कृतिक-बौद्धिक और लोकजीवन की झांकी प्रस्तुत की जाएगी। इसमें मिथलांचल की प्रसिद्ध विभूतियों के जीवन और कर्म के अलावा लोक संस्कृति व लोकाचार की अनुपम प्रस्तुति रहेगी तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाएंगे। मिथिलांचल की प्रसिद्ध मधुबनी पेंटिंग और क्षेत्र की विशिष्ट खान पान शैली की झलक भी इस दौरान देखने को मिलेगी।
    बैठक में उपस्थित प्रतिनिधियों ने मैथिली भाषा के लिए दिल्ली में अलग मैथिली अकादमी के गठन की मांग भी दोहरायी। प्रतिनिधियों ने वर्तमान मैथिली-भोजपुरी अकादमी के उपाध्यक्ष का पद किसी मैथिली विद्वान को नहीं दिए जाने पर रोष प्रकट किया। अ. भा. मि. संघ के अध्यक्ष श्री विजय चंद्र झा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित ने संघ के शिष्टमंडल से हुई पिछली भेंट के दौरान आश्वासन दिया था कि अकादमी के नए उपाध्यक्ष का पद मैथिली भाषा के किसी विद्वान को दिया जाएगा लेकिन उन्होंने वादा पूरा नहीं किया है।
    बैठक में हाल में संपन्न मिथिला विभूति स्मृति पर्व समारोह की समीक्षा भी की गई और संस्था के आय-व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया गया। वक्ताओं ने राजधानी में मिथिला भवन के निर्माण की दिशा मेें प्रयास तेज करने की जरूरत पर भी जोर दिया। साथ ही प्रतिनिधियों ने विभिन्न राजनीतिक दलों से मांग की कि आगामी विधानसभा चुनाव में दिल्ली में निवास कर रहे बिहार के लोगों को उनकी जनसंख्या के अनुसार उचित प्रतिनिधित्व दिया जाए।

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