(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम घर में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घर अप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

शनिवार, 9 मई 2015

मातृत्व दिवस पर





















 मातृत्व दिवस पर

हम मैथिल मिथिलाक बात 
मैथिली में करबे टा करबै
मातृभाषाक गुमान बढ़ायब
मायक सेवा करबे टा करबै !

कतेक चैन सुकून कतेक छल
मायक कोड़ा वैसबे टा करबै
मातृभूमिक सम्मान बढ़ायब
मायक पूजा करबे टा करबै !!

आइ हमर मातृत्व दिवस अछि 
ममताक लाज रखबे टा करबै
मधुर सरस मिठ वाणी भेटल
मायक गुण हम गेबे टा करबै !!!

अमरनाथ मिश्र
भटसिमरि 

  जय मिथिला जयति मैथिली








MOTHER'S DAY 

पर किछु पद्य पुष्प पद अर्पण

मायक मान माथक चन्दन
शीश नवाउ करू नित वंदन
वांछा मंगल संतानक सदिखन
निहुँछैथ नजरि कबुला तत्क्षण
माइए स्वर्ग तप कर्म
वएह छथि देवी संतानक धर्म
माता मुदित सभ देव प्रशन्न
बुझू भेल जीवन यज्ञ सम्पन्न
हो स्थिति विषम मंदिर दूर
नहि थारी अक्षत पान सिनूर
आने चानन पान कपूर 
करू मातक वंदन सेवा भरपूर
हो मन मे सेवा आडम्बर सॅ दूर
बुझू कटल सभ कष्ट कुसूर
मायक मान माथक चन्दन
शीश नवाउ करू नित वंदन

सादर : महेश झा ' डखरामी 

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