(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम घर में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घर अप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

बुधवार, 7 अप्रैल 2010

रुपैया बीस (सुईद ब्याजक संग )

रुपैया बीस (सुईद ब्याजक संग )
ई चुटकुला मुसाय बाबाक सन्दर्भसँ लेल गेल अछि ! --

ओना तs बाबाक समाजक प्रति अनेको उपकार छन्हि ताहिमे एक - दोसराक प्रति परोपकार सेहो बही - खातामे लिखल गेल छनि ! मुसाय बाबाक १ अगस्त २००३ कs देहवासन भs गेलन्हि मुदा हुनकर कृति एखनो धरी समाजमे व्याप्त अछि ! बाबाकेँ धन - सम्पति अपार छलनि ताहिसँ समाजमे मान-मर्जादा बहुत निक भेटैत छलनि ! दस बीस कोससँ लोक सभ मुसाय बाबासँ सुईद (व्याज) पर पाई लैक लेल आबैत छल ! कतेको ठिकेदार कतेको महाजन सभ हुनक दालानपर बैसल रहैत छलनि !

एक बेर मुसहरबा भाइ सेहो अपन विवाहक लेल मुसाय बाबासँ बीस (२०)गो टका लेने छल ! मुसहरबा भाइ बाबाक खास नोकर छलाह तs ओकरा मुसाय बाबा कहलखिन हे मुसहरबा भाइ हम जे तोरा २०गो टका देलियो से हमरा कहिया देबह? मुसहरबा भाइ बाबासँ कहलकनि जे मालिक हम तँ बीस गो टका सुईद (व्याजक) साथ दऽ देने छी ! अहि बातपर दुनू आदमीकेँ आपसमे बहस चलय लगलनि, बहुत हद तक झगड़ा आगू बढ़ि गेल ! ताबे मे किम्हरोसँ कारी बाबु एलथि। कहलखिन- " यौ। अहाँ दुनू आदमीक आपसमे किएक झगड़ा भs रहल अछि "!मुसाय बाबा सभ बात कारी बाबुकेँ कहलखिन आर मुसहरबा भाइ सेहो सभ बात कारी बाबुकेँ सुनेलखिन्ह ! तखन कारी बाबु कहलखिन- " हे मुसहरबा भाइ । अहाँ हिनका कखन - कखन आर कोना पाइ देलियनि से हमरा कहू ........मुसहरबा भाइ बजलाह - "

सुनू कारी बाबु, आ मुसाय बाबू --- अहूँ ध्यान राखब हमर कतय गलती अछि ?
हमरा लग अपनेक टका छल बीस (२०)
आहाँ आँखी गुरारीकेँ तकलहुँ हमरा दिसएक टका तखने देलहुँ .........

टका बचल उनैस (१९)
अहाँ कहलहुँ अही ठाम बैसएक टका तखने देलहुँ ......

टका बचल अठारह (१८)
आहाँ लागलहुँ हमरा जोर सँ धखारहएक टका तखने देलहुँ .....

टका बचल सतरह (१७)
आहाँ लागलहुँ हमरा जखन तखन तंग करहएक टका तखने देलहुँ .....

टका बचल सोलह (१६)
आहाँ लागलहुँ हमर पोल खोलहएक टका तखने देलहुँ .....

टका बचल पंद्रह (१५)
आहाँ लागलहुँ हमरा टांग गरैरकऽ पकरहएक टका तखने देलहुँ .....

टका बचल चौदह (१४)
आहाँ लागलहुँ हमरा घर पर पहुँचहएक टका तखने देलहुँ .....

टका बचल तेरह (१३)
आहाँ लागलहुँ हमर रस्ता घेरहएक टका तखने देलहुँ .....

टका बचल बारह (१२)
आहाँ लागलहुँ हमरा लाठीसँ मारहएक टका तखने देलहुँ .....

टका बचल एगारह (११)
आहाँ लागलो हमर कुर्ता फारहएक टका तखने देलहुँ ......

टका बचल दस (१०)
अहाँ कहलहुँ हमरा जमीन पर बसएक टका तखने देलहुँ ......

टका बचल नौउह (९)
आहाँ कहलहुँ हमरा ओहिठाम नोकर बनिरहएक टका तखने देलहुँ .....

टका बचल आठ (८)
आहाँ घोरैत छलहुँ खाटएक टका तखने देलहुँ ....

टका बचल सात (७)
आहाँ खाइत छलहुँ नून भातएक टका तखने देलहुँ .....

टका बचल छः (६)
आहाँ उपारैत छलहुँ जौएक टका तखने देलहुँ ....

टका बचल पॉँच (५)
आहाँ देखैत छलहुँ चौकी तोर नाचएक टका तखने देलहुँ......

टका बचल चारि (४)
आहाँक सभ भाई मे बाझल मारिएक टका तखने देलहुँ .....

टका बचल तीन (३)
आहाँ सभ भाई भेलहुँ भीनएक टका तखने देलहुँ .....

टका बचल दू (२)
आहाँ कहलहुँ महादेवक पिड़ी छूएक टका तखने देलहुँ ......

टका बचल एक (१)
आहाँ के बाबूजीक बरखी मे दक्षिणा देलएक टका तखने देलहुँ ......

बाँकी के बचल सुईद आर व्याज
ओहिमे देलहुँ ढाई मोन प्याज ॥"


जय मैथिल , जय मिथिला धाम ,

याद राखु बस अप्पन गाम



मदन कुमार ठाकुर,
कोठिया पट्टीटोला,
झंझारपुर (मधुबनी)
बिहार - ८४७४०४,
मोबाईल +919312460150 ,

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