राष्ट्रके सबसँ पुरान नगरपालिकाके रुपमे रहल राजविराज नगरपालिका विकास निर्माण लगायत सब पक्षमे पछाडी परैत जाऽरहल कहैत नगरबासीद्वारा चिन्ता व्यक्त केलक अछि । सञ्चार यात्रा नेपालद्वारा मंगलदिन राजविराजमे आयोजित सार्वजनिक सुनुवाई कार्यक्रममे बोलैत नगरबासीसभ ऐहेन चिन्ता व्यक्त केलक अछि ।
नगरपालिका सभाहलमे आयोजित कएल गेल सुनुवाई कार्यक्रममे बोलैबाला अधिकांश वक्तासभ २०१६ सालमे नगरपालिका घोष्णा भेल राजविराज नगरपालिका विकासके गतिमे पाछा परल कारण उल्टा गतिमे चलिरहल आरोप समेत लगौलक । “और नगरपालिका स्तर बृद्धि करैत अगाडी जाईके क्रममे अछि” सञ्चारकर्मी हेम शंकर सिंह कहलैन “मुदा राजविराज नगरपालिका गाविस उन्मुख भऽरहल अछि ।”
राष्ट्रके सबसँ पुरान मध्येके एक आ भारतके प्रशिद्ध शहर जयपुरके नक्सामे आधारित नगरपालिका सरसफाईके क्षेत्रमे समेत सुधार होएल नहि सकलक सिंहके आरोप अछि । हरेक बर्ष किछ न किछ कार्यक्रमके आयोजना करि नगरके विकासमे सक्रिय रहैके प्रतिबद्धता करैबाला मुदा कार्यान्वयन नहि करब प्रक्रियासँ राजविराज नगरपालिका पाछा परैत आविरहल वक्तासभ बतौलक । नगरपालिका पाता परैमे कर्मचारी मात्रके दोस नहि भऽ समग्र नगरबासीके समेत कमजोरी रहल कहैत कार्यालयके काममे नगरबासीद्वारा समेत सहयोग कर परलमे ओसभ जोड देनेछल । नगरपालिकाके स्विपर ७ बजे फोहर संकलनके लेल आबैत अछि, मुदा ९ बजे नगरके सडकमे फोहर फेकैत अछि” स्थानीय शुभचन्द्र झा कहलैन –“अहिमे कर्मचारीमे मात्र दोस दऽ के होएत ?”
कार्यक्रमके अतिथी तथा मैथिल महासंघके अध्यक्ष विष्णु मण्डल कहलैन कर्मचारीसभके रकम प्रतिके आशक्तिके कारण विकास निर्माण प्रक्रिया पाछा परल आरोप लगौलक । “ढल निकासमे भ्रष्टाचार केलक हमर संग प्रमाण अछि ? मण्डल दाबी करैत कहलेन –“अहिमे सुधार नहि आएला धरि नगरके विकास केनाके सम्भव होएत ?” कार्यालय अपनासँ नहि होएबाला काम नगरबासीके सहयोग माग करपरल मण्डल बतौलक ।
कार्यक्रमके अन्तमे बोलैत प्रमुख अतिथी तथा कार्यकारी अधिकृत देवराज चौलागा कहलैन १६ सालसँ जम्मा भेल समस्या एके बेर समाधान करैल असम्भव भेलो पर हम योजना बनाके प्रयास रत रहल बतौलक । कार्यालय भतर आ कार्यालय बाहार भी काममे विभिन्न व्यवधान रहल स्वीकारैत ओ ओहि कारण मुलुकके ५८ टा नगरपालिका मध्ये राजविराज नगरपालिका सबसँ पाछा परल दावी समेत केलक अछि । और नगरपालिकामे कार्यकारी प्रमुख बनि जाईके लेल सोर्स लगाबैत अछि, राजविराज नगरपालिकामे सुधारके काम करैके बातावरण नहि बनल प्रति संकेत करैत चौलागाइ कहलैन “मुदा अत नहि आबैके लेल सोर्स फोर्स लगाबैत अछि । त केनाके होएत विकास ? हुनकर प्रश्न छल ।
सञ्चार यात्रा नेपालके अध्यक्ष करुणा झाके अध्यक्षतामे आयोजित सार्वजनिक सुनुवाईमे विष्णु मण्डल, पत्रकारसभ ब्यासशंकर उपाध्याय, अम्बिका दाहाल, विनयलाल कर्ण, श्रवण देव, शुभचन्द्र झा, सुधा देव, गैसस महासंघके अध्यक्ष श्यामकान्त चौधरी, पार्थो सरकार, साधना झा, नागरिक समाजके थानसिंह भन्साली, पार्वती राउत लगायतके व्यक्ति समेत बोल्ने छल ।
करुणा झा
राजविराज (नेपाल)
मिथिला-परिक्रमा
पहिने अनशन ,तेक्कर बाद मिथिला राज्य निर्माण यात्रा आ आब "मिथिला-परिक्रमा" ; लागैइत ऐछ जे वर्ष-2013 मिथिला राज्य आन्दोलनक कार्यक्रमक क्षेत्रम सम्पूर्ण मैथिल-संस्था आ मिथिलवासी एकत्रित भक अप्पन अधिकार लेल आब आगू आय्ब रहल छैथ |
मैथिलगण सबक उत्साह आ अप्पन मैथिल-उमंग देखक मिथिलाक राज्य निर्माण आ विकास स जुरल संस्था सब आब प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप सौं जुईर रहल छैठ, जे नीक गॅप अछि |
एहा द्वारे राज्यक् निर्माण आ विकास लेल आब "अखिल भारतीय मिथिला पार्टी" , "मिथिला-परिक्रमा" क नाम सौं मिथिला भ्रमण कयर मिथिलाम आन्दोलनक नवका अलख़ जगैताय्त्त|
ई परिक्रमा देवोत्थान एकादशीस विवाह-पंचमी धरि (13 सितंबर स 10 नवंबर तक) चलत जॅयिमा संस्था आ सहयोगी मैथिल सब राज्यक कोन कोन म जाक मैथिल सबक़ जागरूक बनेताय्त्त |
** "मिथिला-परिक्रमाक" यात्रक-नक्शा अय प्रकार सौं आईछः :-
((बेगुसराय)) -->खगरिया-->नवगच्छिया-->कटिहार-->किशनगंज-->पूर्णिया-->अररिया-->मधेपुरा-->सहरसा-->सुपौल-->झंझारपुर ->दरभंगा-->बेनिपुर-->रोसरा-->समस्तीपुर-->महनार-->हाजीपुर-->मुजफ्फ़रपुर-->मोतिहारी-->बेतिया-->रक्सौल-->सेओहर-->सीतामढी-->पुपरी-->((मधुबनी))
** अय "मिथिला-परिक्रमा" क मुख्य विकसी-बिंदु निम्न आईछः :-
1) सम्पूर्ण मिथिला क्षेत्र मे मातृभाषक माध्यम सा 12वी कक्षा तक पढ़ौनिक व्यवस्था आ तहि म हॉस्टिल के निर्माण आ आधुनिक स्तरकशिक्षक सुविधा |
2) मैथिली सम्पूर्ण मिथिला क्षेत्रक राजकाज के भाषा आ राजकीय कार्यविधिक भाषा |
3) कृषि प्रधान क्षेत्र मिथिलक उर्वर भूमिक समुचित दोहन आ उत्पादन |
4) जलशक्तिक समुचित उपयोग आ उचित वितरनक व्यवस्था एवं जल संचय |
5) मिथिलक कृषि उत्पादपर फुड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीयक विशाल ढांचाक निर्माण |
6) कृषि आधारित, पत, कगत, चीनी, तम्बाकू इंडस्ट्रीयक व्यवस्थापन |
7) मिथिलक तरकारी, फल आ फुलक लेल बजारक निर्माण आ कोल्ड स्टोरेजक व्यवस्था |
8) समस्त पोखरी ,चौर आ नदी सब पर बाँध बना मत्स्यपालनक व्यवस्था |
9) बरौनी मे पेट्रोकेमिकल के परियोजनाक स्थापना आ विस्तार |
10) लौकाहा, रीगा, सुपौल, फारबिसगंज आ लौरिया मे बिजली उत्पादन केन्द्रक निर्माण |
11) कटिहार, बेगुसराय ,सहरसा आ बेतियाः म मेडिकल कॉलेज के स्थापना |
12) सब ज़िला मे ईन्जीनियिरिंग कॉलेज केस्थापना केन्द्र एवं राज्यकद्वारा |
13) भाषाई चेतना आ संस्कृतिक सुरक्षक लेल सब गम मे पुस्तकालय |
14) दर्शनयी आ पौराणिक स्थान के पर्यटन स्थलक रूप देवक व्यवस्था |
15) मिथिलाक हस्तकला, हस्त-करघा आ चित्रकला क बीच सामंजस्य आ रोजगार सृजन |
16) यातायताक उन्नतिक लेल मिथिला स्टेट ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन के गठन |
17) क़ृषि उत्पादकता बढवा लेल विभिन्न उत्पादक कृषि सोध संस्थान |
18) राज्यक शहरीकरण हेतु समस्त प्रखंड के टाउनशिपक दर्जा |
19) खेल-कुदक बढ़ावा लेल बच्चाक चयन खेल-कूद विकास प्राधिकारकगठन |
20) समस्त पंचायत मे सर्व सुविधा संपन्न हॉस्पिटलक स्थापना आ विस्तार |
21) उड्डयनक विकास लेल हवा अडडक नगरीय उपयोग आ हवा सेवक विस्तार |
ई आन्दोलनक सफलता आ समस्त मिथिलवासी आ मैथिल सब सौं सहयोगक आशा हम करै छि |
Jha Chandan