उमाकांत झा बक्शी
Uma Kant Jha Bakshi
मिथिला राज्य पर राजनैतिक चेतना
मिथिला राज्य अभियान के आई काल्हि फेस बूक आ वाट्स पर धूम मचल अछि। ई धूम प्रवासी मैथिल द्वारा एना लगैत अछि जे मिथिला मे जवरदस्त आन्दोलन चलि रहल अछि। परन्तु मिथिला मे मिथिला राज्य पर राजनैतिक चेतना मिथिलाबाद के सशक्तिकरण शून्य के बराबर अछि। दिल्ली के जंतर मंतर पर अनेकों बेर किछु महामहीम द्वारा अनशन पर बैसब धरना देब आम बात अछि। कियो निर्णय लेलन्हि आ 10 -- 20 व्यक्ति जमा भेला फोटो भेल अखरबाला के लीखिक जे देलखिन्ह छपि गेल । ई सिलसिला बर्षो बरख सँ चलि रहल अछि। सत्ता चाहे केन्द्र हो बा राज्य ओकरा पर एकर कोनो असर नहि पड़ि रहल अछि। अनेको एहेन संगठन अछि जे कतहू 50 सो व्यक्ति आंदोलन के लेल नहि जूटा सकैत अछि से दाबा करैत अछि हमरा सब लोक संग आबय , तन मन धन य सँ सहयोग करय हम मिथिला राज्य निर्माण करब। ईमहर मिथिलाबासी अपन दैनिक समस्या के निदान मे कियो एहि नेता के पॉछॉ कियो ओई नेता के पॉछॉ लागल आपस मे तूतू मै मै बतकुट्टनि करैत समय नष्ट करैत अछि। एहि विकट परिस्थिति मे राजनैतिक चेतना मिथिला राज्य के लेल मिथिला विकास के लेल मिथिला समागम के आयोजन दरभंगा मे कयल जा रहल अछि। समागम मे सहभागिता लेल तैयारी चलि रहल अछि। जल्द सँ जल्द मिथिला समागम होयत।एहि समागम मे पारित होमय बाला ड्राफ्ट प्रस्ताब बनल अछि जकर फाईनल एक कोर कमीटी करत जकर गठन कयल जाएत। ड्राफ्ट प्रस्ताव निम्न लिखित अछि ----
मिथिला समागम के प्रस्ताव ---
मिथिला समागम के प्रस्ताव ---
1 ) मिथिला समागम वर्तमान बिहार के 24 जिला आ झारखंड के 6 जिला कुल 30 जिला के मिथिला राज्य घोषित करैत अछि।
2 }समागम कोनो संस्था नहि एक मंच आ मंचे रहत नव संस्था नहि बनत । ई मंच सब मिथिला मैथिल संगठन के एक सूत्र मे बांधि मिथिला राज्य अभियान के लेल जन चेतना करत।
३) मिथिला समागम ओहि दलक नेता के जे मिथिला राज्य के अपन घोषणा पत्र मे स्वीकार नहि करत तकर नेता के वहिष्कार करत
४) मिथिला समागम एहेन नेता के चाहे ओ विधायक, सांसद, मंन्त्री या प्रधानमंत्री हो जकर पार्टीक घोषणा पत्र मे मिथिला राज्य नहि, मिथिला राज्य अभियानी ओकर मिथिला मैथिल मंच पर सम्मानित नहि करत।
5 ) मिथिला समागम अपन सभ कार्यक्रम मिथिले के पावन भूमि पर करत।
6 ) मिथिला राज्य अभियान मीडिया ,फोटो , अखबार ,पम्प आ सो लेल व्यग्र नहीं रहत।, आंदोलन के ओहि स्तर तक ले जायत की मीडिया ओकरा नजरअंदाज नहि कय सकय।
7 )जेना देश को आज़ादी क लेल " अंग्रेजों भारत छोड़ो " नारा देल गेल तहिना "मिथिला राज्य विरोधी नेता मिथिला छोड़ू " नारा लगायत।
8 ) मिथिला समागम सब कार्यक्रम दरी सतरंजी या खुला मैदान मे सादगी स होयत जतय कम कम खर्च हो।आ समागम चन्दा क धंधा नहि करत।
9 )मिथिला समागम में शामिल सब संगठन अपना के मज़बूत करत ,जनता सँ जूड़त आ मिथिला राज्य अभियान के लोकप्रिय बनाओत।
10 समागम जाति धर्म मज़हबी भाषायी उन्माद सँ मिथिला के मुक्त करक लेल जनचेतना अभियान करत आ मिथिलाबासी एकता मिथिलाबाद स्थापित करत।
11 ) समागम अंगिका , बज्जिका , जुलाही और अन्य बोली जे मिथिलाके तीसो जिला मे बाजल जाइत अछि से मैथिलि अछि ,एकरा स्वीकार करैत अछि। तथा मैथिली साहित्य अकादमी मे एहि सब पोथि के मैथिली के पुस्तक मानल जाय।