2. कविताः
क.पूसक ठिठुरैत भोर-रमानन्द रेणु
ख.दुर्लभ प्राणी भेल जाइए मनुख,छाउर की खोरनाठ,आगि बांटक गप करी,लड़ए पड़ै छै,छुच्छे देख रहल छी-महाकान्त रेणु
3. समकालीन रचनाकारक रचनात्मक दायित्व विषयक विमर्शः
क. संघर्ष जतबे तीक्ष्ण प्रतिभा ओतबे तीक्ष्ण-शेफालिका वर्मा
ख. चुनौतीक स्वीकरण-विद्यानाथ झा विदित
ग. रचनाकारक दायित्वबोध रचनाक प्रेरक व संवाहक-नीता झा
घ. मैथिली के चाही बेस्ट सेलर पोथी-प्रदीप विहारी
4. खिस्सा-पिहानीः
क. हलधर-कामना झा
ख. नांगट जमाय-कामिनी कामायनी
ग. वध-अशोक चौधरी
घ. प्रेम-अशोक कुमार पोद्दार
ड.-होलिका दहन-अंजू ठाकुर
च.-वज्रादपि कठोराणि मृदूनि कुसुमादपि
छ. संस्कार-इंदिरा झा
5. रिपोर्ताजः की अछि मिथिला,के छथि मैथिल-मानवर्द्धन कंठ
6. ललित निबंधः ढेंग-गुलेल
7. संस्कृतिः
क.लोक जीवन में जनचरित्री संस्कृति-चन्द्रेश
ख.भाओ-भगैत-गहबर गीतक प्रासंगिकता
8. कलाः
क.मिथिला चित्रकला आ संस्कृति-अरूण कुमार कर्ण
ख-. मिथिला लोक चित्रकला-संस्थागत विकासक रूपरेखा-सुरेश चन्द्र मिश्र
9.सिनेमाःमैथिली सिनेमाःसंकट आ संभावना-कुमार राधारमण
10. समीक्षाः मायानंद मिश्रक इतिहास-बोध-गजेन्द्र ठाकुर
रूचिगर सूचनाक मंच पर अपनेक स्वागत अछि