॥ होरी ॥
चउमुख अनुपम आनन्द वारि ।
लायल होरी रंगक विहारि ॥
शंकोच नीङ नयनन सँ गरि ॥
लायल होरी ------
डम्फा मजीर भंकृत मृदंग
ध्वनि श्रवण पावि जन - मन मतंग
विजया छानल अदैत रसो
अगणित लोटे भरि कंठ ढारि ॥
लायल होरी ------
सब रास रंग में भेल लिप्त
तन लाल - लाल , मनमोद तृप्त
निरखत नयनन मुख चंद्र चारु
घनश्याम आइ घनपट उधारि ॥
लायल होरी ------
सब जन अजाति , जानजाति एक
नञि राग - द्वेष मर्याद - टेक
उन्मत भेल नर - नारि वृंद
कुंकुम कोपल मेलय पछारि ॥
लायल होरी ------
अभक्ष्य हास्य मुख - गारि छम्य
वैभव अभाव नयि तकर गम्य
सुख - शांति सुमन केर वृक्ष रोपि
चिन्ता - बट चित फेकल उखारि ॥
लायल होरी ------
अश्लील युक्त सब गीत - नाद
श्रवणे हुलास , नयि जन विषाद
प्रेमक वाती उसकाय उर्घ
कामागिन - कुण्ड में घीव ढारि ॥
लायल होरी -----
ताम्बूल तबक आदर्श थिक
अघरासव सँ अनुराग पीक
ई स्वर्ण - पर्व , जन मधुर मिलन
अपवर्ग आई आनल उतारि ॥
लायल होरी ------
चउमुख अनुपम आनन्द वारि ।
लायल होरी रंगक विहारि ॥
रचना कार -
चउमुख अनुपम आनन्द वारि ।
लायल होरी रंगक विहारि ॥
जागल जन -जन अभिनव तरंग
हास्यक श्रोते बहि रहल बयंग
निर्भय विभोर नाचथि अनंग शंकोच नीङ नयनन सँ गरि ॥
लायल होरी ------
डम्फा मजीर भंकृत मृदंग
ध्वनि श्रवण पावि जन - मन मतंग
विजया छानल अदैत रसो
अगणित लोटे भरि कंठ ढारि ॥
लायल होरी ------
सब रास रंग में भेल लिप्त
तन लाल - लाल , मनमोद तृप्त
निरखत नयनन मुख चंद्र चारु
घनश्याम आइ घनपट उधारि ॥
लायल होरी ------
सब जन अजाति , जानजाति एक
नञि राग - द्वेष मर्याद - टेक
उन्मत भेल नर - नारि वृंद
कुंकुम कोपल मेलय पछारि ॥
लायल होरी ------
अभक्ष्य हास्य मुख - गारि छम्य
वैभव अभाव नयि तकर गम्य
सुख - शांति सुमन केर वृक्ष रोपि
चिन्ता - बट चित फेकल उखारि ॥
लायल होरी ------
अश्लील युक्त सब गीत - नाद
श्रवणे हुलास , नयि जन विषाद
प्रेमक वाती उसकाय उर्घ
कामागिन - कुण्ड में घीव ढारि ॥
लायल होरी -----
ताम्बूल तबक आदर्श थिक
अघरासव सँ अनुराग पीक
ई स्वर्ण - पर्व , जन मधुर मिलन
अपवर्ग आई आनल उतारि ॥
लायल होरी ------
चउमुख अनुपम आनन्द वारि ।
लायल होरी रंगक विहारि ॥
रेवती रमण झा " रमण "
ग्राम - पोस्ट - जोगियारा पतोर
आनन्दपुर , दरभंगा ,मिथिला
मो 09997313751
ग्राम - पोस्ट - जोगियारा पतोर
आनन्दपुर , दरभंगा ,मिथिला
मो 09997313751
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