(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम घर में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घर अप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

सोमवार, 25 जुलाई 2011

बचाऊ माईक लाज


बचाऊ माईक लाज
फेर हमर धरती भेल रंजित,
फेर छाती पर फाटल बम,
सुरक्षि छी, विश्वास भेल भंग॥

कतेक घरक तारा टूटल,
कतेक माथक सिन्दुर लुटल,
कतेको आँचर भेल सुन्न,
कतेक दिन देखैत रहब मतसुन्न?

की हमर नहि कोनो कर्तव्य?
निराकरण मे नहि कोनो अधिकार?
की हम कडोरो, सब बेकार?
कखन धरि सहब?

कतेक बेर मरब?
आऊ देशक सब कर्णधार,
करू युगपरिवर्तणक संखनाद,
उखारि फेकू आतंकतावाद,

बचाउ फेर एक बेर माइक लाज्॥

Kripa Nand Jha

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