१. सोनु मिश्रा, पटना (आइ के दिनमें अहाँके कृष्णानन्दजी सेहो सहयोग करताह।)
२. राजु ठाकुर, मद्रास
३. अमित झा, बंगलौर
४. विकास झा, जमशेदपुर
५. अरविन्द झा, कलकत्ता (राघवेन्द्रजी सेहो सहयोग करताह।)
६. अभिषेक आनन्द, दिल्ली (राघवेन्द्रजी, संतोषजी, विभिन्न मित्र सभ सेहो सहयोग करताह।)
७. मदन ठाकुर, नोएडा
८. पंकज भाइ, मुंबई (जितमोहनजी आ संदीपजी सेहो सहयोग करताह - ओनाहू अहाँ पहिले सऽ निर्णय केनहिये छी जे कार्यक्रम करबैक।)
९. राकेश रौशन, वाराणसी (सहयोग के आकांक्षा रहलापर आरो कार्यकर्ता देल जा सकैत अछि।)
१०. चन्दन झा, रायपुर
११. प्रकाश भाइ, मधुबनी
१२. प्रवीण चौधरी, बिराटनगर (एवं अन्य - यथासंभव)
१३. पवन झा, जनकपुर
१४. देवेन्द्र मिश्र, राजबिराज
१५. धीरेन्द्र भाइजी, काठमाण्डु संग अन्यत्र
१६. अजित भाइजी, लेखक बीच एवं अन्यत्र
१७. कुञ्जबिहारी मिश्रजी, अपन प्रत्येक कार्यक्रम में
१८. सियाराम झा सरस, अपन कार्यक्रम में
१९. डा. देवेन्द्र झा, अपन कार्यक्रम में
२०. सत्यानन्द पाठक, गुवाहाटी
२१. संजय घोष, सिलिगुड़ी एवं भूटान
योजनानुसार मिथिलाके हर गाम में हमरा लोकनिक प्रवेश आ संगठन निर्माण सेहो छल जे पंजियन में देरी के कारण लटकल अछि। पंडित विश्वमोहन चन्द्र मिश्रजीके अध्यक्षतामें एक पंजिकार भ्रमण टोलीके गठन के बात सेहो छल जाहि लेल दिल्लीके कार्यक्रम उपरान्त आवश्यक पहल होइक से जानकारी देबय चाहब।
अपने लोकनि सँ आग्रहजे अपन विचार सेहो निरंतर दैत रहियौक।
जय मैथिली! जय मिथिला!!
हरिः हरः!
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