(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम घर में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घर अप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

सोमवार, 1 नवंबर 2010

छैठ परमेस्वरिक गीत चलचित्र में

छैठ परमेस्वरिक गीत चलचित्र में -
 कांच  ही बांस के ---- 
 गीत १.

पिरे साड़ी पिरे  अंगी अनिदीय यो , 
 गीत - २.  
चलु चलु चलु बहिना ,
 गीत ३.
चारी पहर  हम जल थल सेबलो ,
गीत ४.


       
दिय ने अभय बरदान  है छठी मैया ,
गीत -५.


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें