2 अप्रैल: संकष्टी श्रीगणेश चतुर्थी व्रत
5 अप्रैल: शर्करा सप्तमी
6 अप्रैल: कालाष्टमी व्रत
7 अप्रैल: चण्डिका नवमी
11 अप्रैल: प्रदोष व्रत
12 अप्रैल: मासिक शिवरात्रि व्रत
14 अप्रैल: खरमास समाप्त। सतुआइन संक्रान्ति। मेष-संक्रान्ति भोरे 6.57 बजे, पुण्यकाल सूर्योदय सं दुपहर 1.21 बजे तक। हरिद्वार में कल्पवास प्रारंभ। हरिद्वार के महाकुम्भ मे पूर्ण कुम्भयोगक मुख्य स्नान तथा तृतीय (अंतिम) शाही स्नान। चडक पूजा (बंगाल)। सौर नववर्ष प्रारंभ, वैशाखी पर्वोत्सव। स्नान-दान-श्राद्ध केर अमावस्या।
15 अप्रैल: जूडशीतल। मलमास प्रारंभ। बंगाली नववर्ष 1417 प्रारंभ।
18 अप्रैल: वरदविनायक चतुर्थी व्रत।
19 अप्रैल: स्कन्द (कुमार) षष्ठी व्रत। स्वामी कार्तिकेय केर दर्शन-पूजन ।
20 अप्रैल: सूर्य सायन वृष मे भोरे 10.01 बजे। सौर ग्रीष्म ऋतु प्रारंभ।
22 अप्रैल: श्रीदुर्गाष्टमी व्रत। श्रीअन्नपूर्णाष्टमी व्रत। व्यतिपात महापात देर राति 3.14 सं।
23 अप्रैल: बाबू कुँवर सिंह जयंती। व्यतिपात महापात प्रात: 7.44 तक। कुमार योग अपराह्न 1.52 सं रात्रिपर्यन्त।
25 अप्रैल: षाण्मासिक रविव्रत पूर्ण। पुरुषोत्तमी कमला एकादशी व्रत।
26 अप्रैल: सोम-प्रदोष व्रत
27 अप्रैल: पुरुषोत्तमी पूर्णिमा व्रत, श्रीसत्यनारायण पूजा-कथा
28 अप्रैल: स्नान-दान केर पुरुषोत्तमी पूर्णिमा। तीर्थ अथवा पवित्र नदी सभ में स्नान विशेष पुण्यदायक। हरिद्वार महाकुंभ में स्नान
प्रस्तुतकर्ताक ब्लॉगः स्वास्थ्य-सबके लिए
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें