(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम घर में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घर अप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

सोमवार, 6 अप्रैल 2015

आरे निनियाँ , अलिया-मलिया,अमरनाथ मिश्र' भटसिमरि

आरे निनियाँ ,  अलिया-मलिया,अमरनाथ मिश्र' भटसिमरि


आरे निनियाँ


आरे निनियाँ आरे 
बउवा लै निन नेने 

सुतु-सुतु बउवा कुकुर भुकैयै
माय एसगरुवा भानस करैयै

बाप कमउवा नोकरी करैयै
बहीन इसकुलिया स्कूल करैयै

भैया कालेजिया काँलेज करैयै
बाबा दलान पर दलान ओगरैयै

दादी आहाँलै निनियाँ बजबैयै
सुतु-सुतु बउवा कुकुर भुकैयै

चुपरे कुकुरवा आब बउवा सुतैयै 


संकलन

अमरनाथ मिश्रभटसिमरि


अलिया-मलिया



अलिया गे मलिया गे

गोला बरद खेत खाइ छउ गे
कत गेडिह पर गे-2

डिहक रखबार के छउ गे
बाबा गे,   
बाबा त् गेलउ , पुरनियाँ गे -2

लाल लाल बिझिया अनतइ गे
कथी पर झमकेतै गे 

तरवे पर झमकेतै गे -2
की सब खाइ लै अनतौ गे -2

सनेस खाइ लै अनतौ गे
सब गोटे बाँइट चुटि खैहे गे -2

गे बढ़िया मौगीबरतन सम्हारि क् रखिहैं
हमर बौआ अबै सभटा फोरैय लै 


संकलन

अमरनाथ मिश्रभटसिमरि



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