लेखक - मुकेश मिश्रा
झरोखा
पलक झुका कर सलाम करते है,
अपने दिल की दुवा आपके नाम करते है
कबूल हो तो मुस्कुरा देना,हम मुकेश मिश्रा,
ये झरोखा आप के नाम करते है
पलक झुका कर सलाम करते है,
अपने दिल की दुवा आपके नाम करते है
कबूल हो तो मुस्कुरा देना,हम मुकेश मिश्रा,
ये झरोखा आप के नाम करते है
दुनियाँ में रह के सपनों में खो जाव
किसी को अपना बना लो या किसी का हो जाव
अगर कुछ भी नही होता तो तकिया लो अऔर
सो जाव ,
बुझी हुयी समा फिर से जल सकती है
तूफान में गिरी कस्ती किनारे लग सकती है
मायूस ना होना कभी जिन्दगी में ..
ये किस्मत है कभी भी बदल सकती है
दिल ने कहा दोस्त को sms करो ,
फिर ख्याल आया की दिल तो पागल है ,
फिर सोचा दिल दिल अगर पागल है तो क्या हुवा ..
मेरा दोस्त कैन सा नौरमल है
वादियों से सूरज निकल आया है,
फ़िजावो ने नया रंग चाह है
खामोश हो अब तो मुस्कराव,आपकी
मुश्कान देखने हमारा sms आया है
गम वी जो आशु ला दे,ख़ुशी वो जो गम भुला दे
हमे तो चाहिए आपकी इतनी सी दोस्ती, जो
हमारे याद करने पर एक फोन कर दे
लिखे जो खत मैंने उसकी याद में,
पूरा पढ़ लिया पापा ने रात में
सुबह जब हुवा तो जुते इतने परे की
तेरे नाम वाला बाल गजनी में बदल गया
जब भी हम मैसेज करते है,लोग कहता है
इनको तो आदत है पैसा उराने की,मगर वो
नदान किया जाने, ये भी एक आदत है
रिश्ते निभाने की
बरे अरमानो से बनबाया है,
इसे रौशनी से सजाया है
जरा खिरकी खोल के देख लेना,आपको
good night कहने चाँद को भेजबाया है
गीतकार - मुकेश मिश्रा
9990379449
आहा के लिखल झरोखा,हमरा दिल के धरका गेल
जवाब देंहटाएंसपना
कसम स की लिखौ छि आहा यौ,
जवाब देंहटाएंजल्दी स कहु ने आहा रहै छि कहा यौ,
दीपिका कुमारी
मन हौय नचिते रहू,की मुकेश जी आहा के
जवाब देंहटाएंलिखल झरोखा परीते रहू
रानी (मधेपुर प्रसाद)
aap ka jbab nhi mukesh jee
जवाब देंहटाएंetne din kha the aap.
sandip
very very good mukesh jee
जवाब देंहटाएंsunil
mukesh jee all the best
जवाब देंहटाएंएगो चाँद उपर य दोसर चाँद निचा
जवाब देंहटाएंएक बेर आहा भेटीतऊ मुकेश जी
आछी सोनी क इक्छा
सोनी (मधुवनी मेंहथ)
mukesh jee good
जवाब देंहटाएंroshan
जान में जान आबी गेल
जवाब देंहटाएंआहा स पहचान बनी गेल ,
रहितौ हमरा ओरा
ल लैतव हम कोरा,
शालू (कोठिया)