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सोमवार, 28 जून 2010

मास्टर जी



लेखक - मुकेश मिश्रा




मास्टर जी


हमरा गाम में एगो मास्टर जी छला,
दूर-दूर गाम तकऽ प्रसिद्ध छला ,
गपऽ हकबा मऽ माहिर ,ककरो किछ कही
कऽ हुथी दैत छला ,

एक दिन टहलैत मदन जी कतौ जय छला ,
अचानक सामने मास्टर जी आबी गेलिखिन!
मदन जी - गोर लगै छि मास्टर जी
मास्टर- नीके रहू , कत रहै छि आय कायल
मदन जी- नोएडा में सेक्टर -44 सदरपुर छलेरा
में रहैत छि
मास्टर- की करैत छ
मदन जी- आग्रबाल अतुल लग ऽ सिये कऽ काज करै छि
मास्टर- हऽ .. अहि सऽ बेसी तू करबे की करबऽ

दोसर दिन अहिना गंगा खेत दिस जायत छला ,
सामने मास्टर जी के देखैत बजला ,
गंगा - गोर लगै छि मास्टर जी
मास्टर - नीके रहऽ ,कतऽ रहै छ
गंगा - दिल्ली में रहै छि
मास्टर - हवऽ कीछ कैरतो छ
गंगा - सेक्टर 62 a -16, में माली के काज करै छिऽ
मास्टर -हऽ .. तऽ अय सऽ बेसी तू करबे की करबऽ

अहिना एक दिन हमरो भेटला .......
मुकेश - गोर लगै छि मास्टर जी
मास्टर - नीके रहऽ की करै छ आय -कायल
मुकेश - गीत नाद लिखैत छि ,सब स्रोता कऽ
मनोरंजन करबैत छिऽ
मास्टर - ह.. त अय स बेसी तू करबे की करबऽ

अहिना समाय बितैत गेल ,किछ समाय उपरांत
बाद मास्टर जी क कनिया क देहांत भ गेलाइन
हम किछ काज बस उम्हर स गुजरैत छ्लव
मास्टर जी क देखलव ,किछ परेसान आगू बरी
पुछलव -मास्टर जी एतेक परेसान किया छि
मास्टर जी - की कहू मुकेश जी जहिया स असगर
भेलव तहिया स बर परेसान छि ,कतव जोगार देखियो
ने ,कतेक दिन असगर जीबन बितायब ,

(हमरा तऽ बुझु एगो मौका भेटल ,मास्टर जी कऽ बात मोन परलऽ )
हम झट सऽ ठार भलव ,मुस्कैत बजलव ,......
हऽ ....तऽ अय सऽ बैसी आहा कैये की सकैत छि
गीटाकार- मुकेश मिश्रा
9990379449
email – mukesh.mishra@rediffmail.com


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