लेखक - मुकेश मिश्रा
मार्ग कठिन अछी आत्मबल सबल अछि
पाठकक स्नेहे स मनोबल बढल आछी !
हम तऽनिमित छि मिथिलाक पुत्र केर ,
दीन राति बाटैत छि मैथिलिक सूत्र केर !!
मिथिला राज्य चाही बस एक अछि अभिलाषा ,
अपन गामक सहयोग स जरुर पुरत इ आशा !!!
भारत भूमि महान
हमर हे भारत भूमि महान , आहा केर लाखक लाख प्रणाम
भाल मुकुट हिमगिरी बीराजय , बन उपवन तन -मन के साजय,
जलनिधि पायर पखारथी सदिखन ,कय कल -कल स्वर गान !
हमर हे भारत भूमि महान , आहा केर लाखक लाख प्रणाम !!
दिनकर प्रथम किरन दय उर पर ,गाबय कोकिल सातहु सुर पर ,
शीतल बिंदु इंदु झहराबथी , तारागन मुस्कान
हमर हे भारत भूमि महान , आहा केर लाखक लाख प्रणाम
ब्रम्हापुत्र ,गंडक आ गंगा , सरयुग ,कोशी ,यमुना ,तमसा ,
वक्षस्थल पर खेलथी सदिखन कमला और बलान !
हमर हे भारत भूमि महान , आहा केर लाखक लाख प्रणाम
शंकर ,व्यास ,मंडन आ दधिची,बिद्या बारीधी पुण्र बिभूति
देलनि रंग बीरंगक पोथी गीता ,वेद ,पुरान !
हमर हे भारत भूमि महान , आहा केर लाखक लाख प्रणाम
गाँधी ,बुद्ध ,सुभाष ,भगत केर ,जंथी के नही एही जगत केर
सीता ,साबित्री सन कर्मठ ,मनु सनक सन्तान !
हमर हे भारत भूमि महान , आहा केर लाखक लाख प्रणाम
गीतकार - मुकेश मिश्रा
9990379449
भाल मुकुट हिमगिरी बीराजय , बन उपवन तन -मन के साजय,
जलनिधि पायर पखारथी सदिखन ,कय कल -कल स्वर गान !
हमर हे भारत भूमि महान , आहा केर लाखक लाख प्रणाम !!
दिनकर प्रथम किरन दय उर पर ,गाबय कोकिल सातहु सुर पर ,
शीतल बिंदु इंदु झहराबथी , तारागन मुस्कान
हमर हे भारत भूमि महान , आहा केर लाखक लाख प्रणाम
ब्रम्हापुत्र ,गंडक आ गंगा , सरयुग ,कोशी ,यमुना ,तमसा ,
वक्षस्थल पर खेलथी सदिखन कमला और बलान !
हमर हे भारत भूमि महान , आहा केर लाखक लाख प्रणाम
शंकर ,व्यास ,मंडन आ दधिची,बिद्या बारीधी पुण्र बिभूति
देलनि रंग बीरंगक पोथी गीता ,वेद ,पुरान !
हमर हे भारत भूमि महान , आहा केर लाखक लाख प्रणाम
गाँधी ,बुद्ध ,सुभाष ,भगत केर ,जंथी के नही एही जगत केर
सीता ,साबित्री सन कर्मठ ,मनु सनक सन्तान !
हमर हे भारत भूमि महान , आहा केर लाखक लाख प्रणाम
गीतकार - मुकेश मिश्रा
9990379449
हमरा इ बर निक लागल
जवाब देंहटाएंमुकेश जी
नीलम क तरफ स मुकेश जी क बहुत
बहुत प्यार
हमरा इ बर निक लागल
जवाब देंहटाएंमुकेश जी
सपना क तरफ स मुकेश जी क बहुत
बहुत प्यार
हमर मिथिला त हमरे छि ,
जवाब देंहटाएंमुदा कसम स मुकेश जी
शीतल क लगी रहल छै,
मिथिला के संग संग अहू हमरे छि
मुकेश जी क राजेश के तरफ स लाख
जवाब देंहटाएंलाख अभीनन्दन
very very good mukesh jee
जवाब देंहटाएंchandan
जहन आहा लिखैय छिये मुकेश जी
जवाब देंहटाएंमन करै य झूमी जय
नाची नाची क दौरल आबी क आहा क
हम चूमी जय
रानी (मधेपुर प्रशाद )
एगो चाँद उपर य दोसर चाँद निचा
जवाब देंहटाएंएक बेर आहा भेटीतऊ मुकेश जी
आछी सोनी क इक्छा
सोनी (मधुवनी मेंहथ)
जान में जान आबी गेल
जवाब देंहटाएंआहा स पहचान बनी गेल ,
रहितौ हमरा ओरा
ल लैतव हम कोरा,
शालू (कोठिया)
हमरा बर निक लागल मुकेश जी
जवाब देंहटाएंममता( कोलकत्ता )
जय भारत माँ
जवाब देंहटाएंअहिना लिखू
आदेश
हमर हे भारत भूमि महान , आहा केर लाखक लाख प्रणाम
जवाब देंहटाएंjay matrbhumi -----